15 अगस्त रात 11:49 से 16 अगस्त रात 09:34 तक अष्टमी तिथि।
16 अगस्त, रात 12:09 से 12:54 तक निशीथ पूजन का समय।
यह व्रत मोक्षदायक और पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है।
माखन चोरी से लेकर कालिया नाग मर्दन तक अद्भुत लीलाएं।
लड्डू बनाये और गोपाल कृष्ण का अभिषेक करें, झूला सजाएं और आरती करें।
युवाओं द्वारा बनाए गए पिरामिड से फोड़ी जाती है मटकी।
- श्रीकृष्ण -
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