Nageshwar Jyotirlinga Katha: 5 Mystery जब शिव ने नाग रूप में दारुक का विनाश किया
पढ़िए Nageshwar Jyotirlinga Katha जहाँ एक भक्त की पुकार पर शिव ने नागों के बीच प्रकट होकर दारुक राक्षस का अंत किया और मुक्ति का मार्ग खोला।
पढ़िए Nageshwar Jyotirlinga Katha जहाँ एक भक्त की पुकार पर शिव ने नागों के बीच प्रकट होकर दारुक राक्षस का अंत किया और मुक्ति का मार्ग खोला।
Grishneshwar Jyotirlinga Katha ये दर्शाय कथा है जो भक्ति की पावनता, मैतृत्वता और चुपी चैतन्यता को औरंगाबाद की धरती पर सजीव करती है। वो समय था जब महाराष्ट्र की धरती साधना से स्पंदित होती थी। वहाँ एक गांव था, शांत, सामान्य, लेकिन उस गांव की माटी में कुछ खास था – शायद किसी पुराने पुण्य … Read more
जानिए Bhimashankar Jyotirlinga Katha – जब भक्त की रक्षा के लिए शिव ने रौद्र रूप लिया और राक्षस भीम का अंत किया। यह है भक्ति की जीत की गाथा।
जानिए Rameshwaram Jyotirlinga Katha जहाँ श्रीराम ने रावण वध से पहले शिव की पूजा की और स्वयं शिवलिंग की स्थापना की।
पढ़िए Omkareshwar Jyotirlinga Katha, जहाँ शिव ने ‘ॐ’ के रूप में स्वयं प्रकट होकर अधर्म का नाश किया और भक्तों को अमरत्व का वरदान दिया।
पढ़िए Mallikarjuna Jyotirlinga Katha जहाँ शिव अपने पुत्र कार्तिकेय को मनाने स्वयं श्रीशैलम पहुँचे। यह है भक्ति, ममता और मोक्ष की अमर गाथा।
पढ़िए Kashi Vishwanath Jyotirlinga Katha की अमर कथा, जहाँ शिव ने मृत्यु को भी मोक्ष बना दिया। जानिए क्यों काशी है स्वयं महादेव का निवास।
पढ़िए Trimbakeshwar Jyotirlinga Katha, जहाँ गौतम ऋषि की तपस्या और शिव का वरदान बना मोक्ष का द्वार। जानिए गोदावरी अवतरण की रहस्यपूर्ण गाथा।
पढ़िए Vaidyanath Jyotirlinga Katha, जब रावण ने शिव को लंका ले जाने की कोशिश की और कैसे शिव धरती पर वैद्यनाथ बनकर रुक गए।
Mahakaleshwar Jyotirlinga Katha उस दिव्य स्थल की गाथा है जो उज्जैन की पावन भूमि पर स्थित है, जहाँ स्वयं शिव ने काल को भी अधीन कर दिया था। यह धाम केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि ऐसा स्थान है जहाँ भगवान शिव उस रूप में विराजते हैं जो मृत्यु को भी थाम लेने की क्षमता रखते … Read more