Somnath mandir

पहला ज्योतिर्लिंग, जहाँ शिव स्वयं प्रकट हुए। जानिए इसकी रहस्यमयी कथा, दर्शन और यात्रा गाइड।

भारत के सौराष्ट्र तट पर स्थित सोमनाथ मंदिर, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में पहला और सबसे पवित्र है।

कथा अनुसार, चंद्रदेव ने त्रेतायुग में यहाँ तप कर भगवान शिव को प्रसन्न किया और उनकी कृपा से "सोमनाथ" की स्थापना की।

सोमनाथ मंदिर 17 बार तोड़ा गया, फिर भी हर बार पहले से अधिक भव्यता के साथ पुनर्निर्माण हुआ।

यहाँ रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, और श्रावण मास में विशेष पूजन होता है। हर दिन 6 रूपों में शिव दर्शन कराए जाते हैं।

सुबह 5 बजे मंगला आरती से लेकर रात 9 बजे शयन आरती तक, हर दर्शन में है दिव्यता और अलौकिक ऊर्जा।

रेल – Veraval Station (7km) हवा – Diu Airport (80km) सड़क – सभी बड़े शहरों से सीधी सुविधा

Somnath Trust Dharamshala, AC Hotels जैसे Lords Inn, और ऑनलाइन बुकिंग – तीर्थयात्रियों के लिए सम्पूर्ण सुविधा।

सोमनाथ मंदिर केवल मंदिर नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की विजयगाथा है। यहाँ हर भक्त अनुभव करता है – “शिव केवल देव नहीं, शाश्वत सत्य हैं।