Sheetla Mata Aarti | जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता

भारत की देवी उपासना परंपरा में Sheetla Mata Aarti का विशेष महत्व है। शीतला माता को रोगों की नाशिनी और स्वास्थ्य की देवी माना जाता है। खासतौर पर चेचक (smallpox) जैसे संक्रामक रोगों से रक्षा के लिए मां शीतला की पूजा की जाती है। हर साल Sheetla Ashtami और सप्ताह में विशेष रूप से शुक्रवार को माता की आरती और व्रत का विधान है।

Sheetla Mata Aarti का पाठ श्रद्धा और नियम से करने पर नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि का वास होता है। यह आरती न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक शक्ति भी प्रदान करती है। आइए जानें कि शीतला माता की आरती का महत्व क्या है, इसके लाभ क्या हैं और इसे करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Sheetla Mata Aarti का महत्व

शीतला माता को ज्वर, चेचक, त्वचा रोग और अन्य संक्रामक बीमारियों से सुरक्षा की देवी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, शीतला माता की पूजा करने से शरीर और मन दोनों की शुद्धि होती है। Sheetla Mata Aarti गाने या पढ़ने से मानसिक स्थिरता, रोग निवारण और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

पुराणों में उल्लेख है कि माता शीतला की कृपा से बीमारियाँ घर में प्रवेश नहीं करतीं और जो लोग नियमपूर्वक आरती करते हैं, उन्हें किसी भी महामारी या संक्रमण से डरने की आवश्यकता नहीं होती। यह आरती विशेष रूप से महिलाओं द्वारा संतान सुख और परिवार की सुरक्षा के लिए की जाती है।

Sheetla Mata Aarti lyrics में देवी के गुणों, शक्तियों और कृपा का सुंदर वर्णन होता है, जो भक्तों को मानसिक रूप से संतुलित करता है। इससे भक्तों में आस्था और भक्ति की ऊर्जा बढ़ती है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है। यह न केवल एक धार्मिक कर्मकांड है, बल्कि आंतरिक हीलिंग का भी माध्यम है।

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Sheetla Mata Aarti in Hindi ( शीतला माता आरती )

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता,
आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भ्राता,
ऋद्धि-सिद्धि मिल चंवर डोलावें, जगमग छवि छाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता,
वेद पुराण वरणत, पार नहीं पाता ।
॥ जय शीतला माता… ॥

इन्द्र मृदंग बजावत, चन्द्र वीणा हाथा,
सूरज ताल बजावै, नारद मुनि गाता।
॥जय शीतला माता… ॥

घंटा शंख शहनाई बाजै मन भाता,
करै भक्त जन आरती लखि लखि हर्षाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

ब्रह्म रूप वरदानी तुही तीन काल ज्ञाता,
भक्तन को सुख देनौ मातु पिता भ्राता।
॥ जय शीतला माता… ॥

जो जन ध्यान लगावें प्रेम शक्ति पाता,
सकल मनोरथ पावे भवनिधि तर जाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

रोगों से जो पीड़ित कोई शरण तेरी आता,
कोढ़ी पावे निर्मल काया अन्ध नेत्र पाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

बांझ पुत्र को पावे दारिद कट जाता,
ताको भजै जो नाहीं सिर धुनि पछिताता।
॥जय शीतला माता… ॥

शीतल करती जन को तू ही है जग त्राता,
उत्पत्ति व्याधि विनाशन तू सब की माता।
॥ जय शीतला माता… ॥

दास नारायण कर जोड़े सुन मेरी माता,
भक्ति आपनी दीजे और न कुछ भाता।
॥ जय शीतला माता… ॥

॥ इति श्री शीतला आरती ॥

आरती के लाभ – Benefits of Sheetla Mata Aarti

  • रोगों से सुरक्षा और आरोग्यता प्राप्त होती है
  • मानसिक शांति और नकारात्मक ऊर्जा का नाश
  • परिवार में सुख, समृद्धि और सुरक्षा बनी रहती है
  • मातृशक्ति की कृपा से बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है
  • मनोकामना पूर्ति में सहायक

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सावधानियाँ

  • Sheetla Mata Aarti हमेशा स्वच्छ और शांत वातावरण में करें
  • माता को ठंडा भोग ही अर्पित करें, गरम भोजन निषेध है
  • आरती करते समय मन और वाणी दोनों को पवित्र रखें
  • आरती के समय दीपक और धूपबत्ती का प्रयोग करें
  • सप्ताह में कम से कम एक दिन नियमित रूप से करें
  • रोगी अवस्था में आरती करने से पहले स्नान और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें

निष्कर्ष (Conclusion)

Sheetla Mata Aarti न केवल एक धार्मिक कर्तव्य है बल्कि यह हमारे जीवन में positive energy का संचार करती है। माता की आरती से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति मानसिक व शारीरिक रूप से सशक्त होता है। यदि आप अपने परिवार की रक्षा, रोग निवारण और आत्मिक शांति चाहते हैं तो शीतला माता की आरती को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें।

🌺 जय शीतला माता !

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